एमएसएमई चेंबर के माध्यम से डॉ. नीरजा साबोई (Dr. Neerja Sabui) सूक्ष्म लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए, मेक इन इंडिया, स्किल्ड डेवलपमेंट,वोकल टू लोकल, पॉलिसी फॉर्मेशन, एडवोकेसी,स्टेटिक प्लानिंग, सस्टेनेबल ग्रोथ फॉर एमएसएमई, आदि क्षेत्रों में काम करेंगे। डॉ. नीरजा साबोई , (Dr. Neerja Sabui), का मानना है कि एमएसएमई के सहयोग से ही 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी, युवाओं को रोजगार के अवसर
मिल सकते हैं। एमएसएमइआई उद्योग 2047 तक विकसित भारत के संकल्प के लिए भी कटिबंध है।
इस अवसर पर एमएसएमई चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के नेशनल डायरेक्टर आर.पी. जैन ने बताया
चेंबर अपनी सेवाओं का विस्तार विदेश में कर रहा है इस के तहत नीरजा साबोई , (Dr. Neerja Sabui), को कतर का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। हमें उनकी क्षमता पर पूरा विश्वास है कि वह जल्दी एक नई टीम का गठन वहां करेंगे l इस अवसर पर स्पॉट लाईट कम्युनिकेशन के एम.डी. जयसिंह कटारिया भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर नई चेयरमैन नीरजा साबोई , (Dr. Neerja Sabui), बताया कि जल्दी वह सदस्यता अभियान की शुरुआत करेंगे। भारत सरकार द्वारा एमएसएमई को दिए जा रहे हैं फायदाओं लोन के बारे में उद्योगपतियों को विस्तृत जानकारी बताएंगे और उन्हें भारत के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करेंगे।
एमएसएमई इंडस्ट्री में लघु और सूक्ष्म उद्योग आते हैं। एमएसएमई इंडस्ट्री बहुत बड़ी मात्रा में रोजगार उपलब्ध कराती है। एमएसएमई की अपनी बहुत सारी समस्याएं भी हैं जैसे लेबर लॉ का पूरे देश में एक जैसा ना होना, प्रशासन और डिपार्टमेंट में लाल फीता शाही, मजदूरों के लिए मिनिमम वेजेस का स्लैब एक जैसा न होना, पॉल्यूशन के लिए बहुत ही सख्त नॉर्म्स, इंडस्ट्रियल बिजली और पानी के टैरिफ का अधिक होना, आदि बहुत सी समस्याएं हैं। MSME चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के माध्यम से प्रशासन, सरकार से बातचीत के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं। संगठन में ही एकता होती है।